ASEAN India Research Training Fellowship scheme : भारत सरकार की ASEAN-India Research Training Fellowship (AI-RTF) योजना के बारे में जानें। यह फ़ेलोशिप ASEAN देशों के युवा वैज्ञानिकों को भारत में शोध करने का मौका देती है। उनके कौशल विकास के साथ-साथ दोनों देशों के बीच वैज्ञानिक संबंधों को भी मज़बूत बनाती है।
आसियान-भारत अनुसंधान प्रशिक्षण फ़ेलोशिप योजना 2024-25
“ASEAN-India Research Training Fellowship (AI-RTF)” भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) द्वारा शुरू की गई एक फ़ेलोशिप योजना है। यह योजना ASEAN देशों (ब्रुनेई दारुस्सलाम, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, और वियतनाम) के युवा और प्रतिभाशाली शोधकर्ताओं/वैज्ञानिकों को भारत के शोध/शैक्षणिक संस्थानों में शोध करने के लिए प्रोत्साहित करती है।
- इसके उद्देश्य हैं:–
- शोधकर्ताओं की आवाजाही को बढ़ावा देना: ASEAN देशों के वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को भारत आकर अपने शोध कौशल को और निखारने का मौका देना।
- ज्ञान और संपर्क का आदान-प्रदान: भारत और ASEAN देशों के वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के बीच आपसी बातचीत को बढ़ावा देना और भविष्य में साथ मिलकर शोध करने के लिए एक नेटवर्क बनाना।
- अतिरिक्त लाभ: फ़ेलोशिप प्राप्त करने वाले शोधकर्ता अपने देश वापस जाने पर अपनी PhD या मास्टर डिग्री के लिए भारत से सह-निरीक्षक (Co-Supervisor) की मदद भी ले सकते हैं।
- फेलोशिप की संख्या: हर साल आसियान देशों के 50 युवा वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को भारतीय संस्थानों में काम करने के लिए फेलोशिप दी जाएगी।
- फेलोशिप की अवधि: यह फेलोशिप 2 से 6 महीने की होगी। फेलोशिप मिलने के बाद इसकी अवधि न तो बढ़ाई जा सकेगी और न ही घटाई जा सकेगी।
- फेलोशिप का प्रबंधन और संचालन: फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) इस फेलोशिप का प्रबंधन और संचालन करेगी।
- फेलोशिप किन क्षेत्रों में उपलब्ध है: –
फेलोशिप पाने के लिए शोध का विषय आसियान देशों से संबंधित होना चाहिए और आसियान के विज्ञान, तकनीक और नवाचार के कार्य-योजना (APASTI) से जुड़ा होना चाहिए। ये फेलोशिप इन क्षेत्रों में शोध के लिए दी जाएंगी:
- कृषि विज्ञान
- जीव विज्ञान और चिकित्सा विज्ञान
- रसायन विज्ञान और इंजीनियरिंग
- कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग
- भौतिक विज्ञान और गणित
- समुद्र, पृथ्वी और वायुमंडलीय विज्ञान
- इंजीनियरिंग विज्ञान
- धातु और खनिज विज्ञान
- विज्ञान नीति / बौद्धिक संपदा अधिकार प्रबंधन / प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और व्यावसायीकरण
- विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के अन्य बहु-विषयक क्षेत्र (APASTI से जुड़े)
ध्यान दें: – यह फेलोशिप प्राकृतिक और इंजीनियरिंग विज्ञान के सभी क्षेत्रों में उपलब्ध है (गणित और सांख्यिकी सहित), लेकिन मानविकी और व्यवहार विज्ञान में नहीं।
आसियान-भारत अनुसंधान प्रशिक्षण फ़ेलोशिप योजना
योजना का नाम | आसियान-भारत अनुसंधान प्रशिक्षण फ़ेलोशिप योजना |
योजना का उद्देश्य | ASEAN देशों के युवा शोधकर्ताओं को भारतीय संस्थानों में शोध का अवसर देकर उनके कौशल विकास को बढ़ावा देना और भारत-ASEAN वैज्ञानिक सहयोग को मजबूत करना। |
पात्रता | आसियान देशों के 45 वर्ष से कम उम्र के, अंग्रेजी में दक्ष, विज्ञान/इंजीनियरिंग/चिकित्सा में स्नातकोत्तर आवेदक ही इस फ़ेलोशिप के लिए पात्र हैं। पिछले 3 वर्षों में भारत सरकार से फ़ेलोशिप प्राप्त आवेदक पात्र नहीं हैं। |
लाभ | चयनित फ़ेलो को हवाई यात्रा, वीज़ा शुल्क, मासिक वृत्ति (₹60,000), शोध व्यय (₹40,000), और संस्थागत शुल्क (₹2,500) सहित पूर्ण वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। |
आवश्यक दस्तावेज | आवेदन के समय आवेदक व भारतीय मेजबान का CV, पासपोर्ट, नियोक्ता से अनुमोदन पत्र व मेजबान से स्वीकृति पत्र; अनुमोदन के बाद मूल संस्थान व भारतीय मेजबान संस्थान की स्वीकृति, RTGS विवरण, यात्रा कार्यक्रम व जॉइनिंग सूचना, अन्य | |
आवेदन कैसे करें | ऑनलाइन प्रक्रिया |
महत्वपूर्ण तिथियां | Update Soon |
ऑफिसियल लिंक | Click here |
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ASEAN India Research Training Fellowship scheme in hindi
पात्रता
फेलोशिप के लिए पात्रता (Eligibility for Fellowship)
- आवेदक (Applicant): आवेदक आसियान (ASEAN) के किसी भी सदस्य देश का नागरिक होना चाहिए। भारतीय नागरिक इस फेलोशिप के लिए आवेदन नहीं कर सकते।
- शैक्षिक योग्यता (Educational Qualification): आवेदक के पास प्राकृतिक विज्ञान में मास्टर डिग्री या प्रौद्योगिकी/इंजीनियरिंग/चिकित्सा/संबंधित क्षेत्रों में समकक्ष डिग्री होनी चाहिए।
- कार्य/अध्ययन संबद्धता (Work/Study Affiliation): आवेदक अपने देश के किसी राष्ट्रीय अनुसंधान एवं विकास (R&D) या शैक्षणिक संस्थान में कार्यरत/अध्ययनरत होना चाहिए।
- संस्थान का समर्थन (Endorsement by Institution): आवेदन पत्र के साथ आवेदक के संस्थान के प्रमुख द्वारा एक पत्र होना चाहिए, जिसमें पुष्टि हो कि फेलोशिप मिलने पर आवेदक को छुट्टी दी जाएगी और फेलोशिप के बाद वह संस्थान में वापस अपनी जिम्मेदारियों को संभालेगा।
- आयु सीमा (Age Limit): आवेदन जमा करने की तारीख तक आवेदक की आयु 45 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- अंग्रेजी भाषा में प्रवाह (Fluency in English): आवेदक को अंग्रेजी भाषा का अच्छा ज्ञान होना चाहिए।
- पिछले फेलोशिप (Previous Fellowship): पिछले 3 वर्षों के दौरान भारत सरकार की किसी भी फेलोशिप योजना का लाभ उठाने वाले आसियान आवेदक इस फेलोशिप के लिए आवेदन नहीं कर सकते।
- प्रस्तावित शोध कार्य (Proposed Research Work): भारत में प्रस्तावित शोध कार्य भारतीय मेजबान संस्थान में चल रही किसी भी शोध परियोजना/योजना से जुड़ा होना चाहिए और उसमें मूल्यवर्धन करना चाहिए।
नोट 1: आवेदक को सलाह दी जाती है कि वे अपनी रुचि के क्षेत्र में काम कर रहे किसी भारतीय संस्थान से या किसी संबंधित वैज्ञानिक से पहले ही संपर्क करें और उनकी सहमति प्राप्त करें। यदि आवेदक को फेलोशिप मिलती है, तो उन्हें प्रस्तावित शोध परियोजना पर काम करने के लिए संस्थान में स्वीकार किया जाएगा। इस सहमति पत्र की एक प्रति आवेदन के साथ संलग्न की जानी चाहिए।
नोट 2: इस संबंध में, भारतीय शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों की एक सूची इस घोषणा के साथ संलग्न की गई है। आवेदक किसी भी अन्य संस्थान से भी संपर्क करने के लिए स्वतंत्र है।
नोट 3: किसी भारतीय संस्थान या वैज्ञानिक से सहमति प्राप्त करना आवेदक के चयन की गारंटी नहीं देता है। सभी प्राप्त आवेदनों की वैज्ञानिक रूप से जांच की जाएगी। डीएसटी द्वारा आवेदक की शैक्षणिक योग्यता, शोध प्रस्ताव की गुणवत्ता और फेलोशिप योजना में उपलब्ध स्लॉट के आधार पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
एआई-आरटीएफ फेलो के दायित्व:
फेलो को नीचे दिए गए नियमों और प्रक्रियाओं का पालन करना होगा। ऐसा न करने पर फेलोशिप वापस ले ली जाएगी।
- अपनी अवधि के दौरान, फेलो मेजबान संस्थान के अंदर या बाहर किसी भी तरह से दूसरों के मानवाधिकारों का उल्लंघन नहीं करेंगे, जिसमें नस्लीय या लैंगिक भेदभाव या अन्य प्रकार के दुर्व्यवहार शामिल हैं।
- फेलोशिप की अवधि के दौरान फेलो लगातार भारत में रहेंगे और मेजबान संस्थान में अपने वैज्ञानिक कार्य पर ध्यान केंद्रित करेंगे। फेलो अपनी अवधि के दौरान किसी अन्य कार्य में, चाहे वह भुगतान किया गया हो या अवैतनिक, संलग्न नहीं होंगे।
- फेलो मेजबान संस्थान के नियमों का पालन करेंगे और अनुसंधान कदाचार के किसी भी कार्य में संलग्न नहीं होंगे, उदाहरण के लिए, शोध परिणामों को गढ़ना या गलत साबित करना और अनुसंधान निधि का दुरुपयोग।
- एक फेलो अपनी अवधि पूरी होने पर डीएसटी/फिक्की और आसियान सचिवालय को एक फेलोशिप समापन शोध रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा।
- फेलोशिप के दौरान किसी भी प्रकार की जैविक सामग्री का हस्तांतरण अनुमत नहीं है।
लाभ
चुने गए कैंडिडेट को पूरी आर्थिक सहायता दी जाएगी, जिसमें शामिल हैं:
- आने-जाने का खर्च: आपके देश के सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट से भारत के मेज़बान संस्थान के नज़दीकी एयरपोर्ट तक का सबसे सस्ता हवाई जहाज़ का टिकट (इकॉनमी क्लास), वीज़ा की फीस, मेडिकल इंश्योरेंस, आदि।
- महीने की राशि: हर महीने ₹60,000 मिलेंगे।
- अनुसंधान और यात्रा के लिए खर्च: ₹40,000 मिलेंगे, जो एयरपोर्ट से आने-जाने, भारत में वैज्ञानिक कार्यक्रमों में जाने, और भारत में घूमने-फिरने के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
- संस्थान को होने वाले खर्च: संस्थान को हर महीने ₹2,500 दिए जाएँगे।
- कैसे मिलेगी राशि: ये सारी राशि भारत के मेज़बान संस्थान को दी जाएगी, जो आपको रहने की जगह दिलाएगा और बाकी खर्चों का भुगतान करेगा।
बीमा: आपको भारत में रहने के दौरान के लिए स्वास्थ्य बीमा लेने की सलाह दी जाती है। बीमा लेने का खर्च आपको वापस मिल जाएगा।
आपको कौन से खर्च उठाने होंगे:
- अपने देश में पासपोर्ट, वीज़ा, मेडिकल टेस्ट, टीकाकरण, और हवाई अड्डे तक आने-जाने का खर्च।
- अगर आपकी नौकरी है, तो उस दौरान की सैलरी का इंतज़ाम आपको खुद करना होगा।
किसी दुर्घटना की स्थिति में: किसी दुर्घटना, बीमारी, सामान के खोने, या मौसम की वजह से होने वाले नुकसान के लिए न तो AISTDF और न ही मेज़बान संस्थान ज़िम्मेदार होगा। साथ ही, अगर आपके साथ कोई परिवार का सदस्य आता है, तो उसके खर्च का इंतज़ाम भी आपको खुद करना होगा।
आवेदन प्रक्रिया
ऑनलाइन
AI-RTF फ़ेलोशिप के लिए आवेदन कैसे करें:–
- ऑनलाइन आवेदन: www.aistic.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करें।
- पंजीकरण: पहले आसियान पोर्टल पर अपना पंजीकरण करें। (यहां क्लिक करें)
- लॉगिन: पंजीकरण के बाद, पोर्टल पर लॉगिन करके फ़ेलोशिप के लिए आवेदन शुरू करें।
- प्रोफ़ाइल विवरण: अपनी प्रोफ़ाइल में सारी जानकारी ध्यान से भरें, जैसे कि आपका बायोडाटा, फोटो, संस्थान का पता आदि।
- प्रस्ताव की जानकारी: अपने प्रोजेक्ट का शीर्षक, उसका सारांश, मुख्य शब्द, उद्देश्य, अपेक्षित परिणाम आदि भरें।
- आवेदन जमा करें: सभी जानकारी जांचने के बाद, अपना आवेदन जमा कर दें।
ध्यान दें:–
- प्रोजेक्ट से जुड़ी अन्य जानकारी एक PDF फ़ाइल में अपलोड करें (10 MB से ज़्यादा नहीं)।
- आवेदन की हार्ड कॉपी भेजने की ज़रूरत नहीं है।
- सिर्फ़ ऑनलाइन आवेदन ही स्वीकार किए जाएंगे।
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें (sadia.khan@ficci.com)
जरूरी दस्तावेज
आवेदन जमा करते समय ये दस्तावेज़ ज़रूरी हैं:
- आपका बायोडाटा (C.V.)
- भारतीय मेज़बान वैज्ञानिक का बायोडाटा (C.V.)
- पासपोर्ट की ज़रूरी पन्नों की कॉपी (पासपोर्ट वैध होना चाहिए)
- आपके अभी के नियोक्ता से सहमति पत्र (तय फॉर्मेट में)
- किसी भारतीय वैज्ञानिक/संस्थान से स्वीकृति पत्र (अगर चुने गए तो, तय फॉर्मेट में)
फेलोशिप मिलने के बाद ये दस्तावेज़ देने होंगे:
- आपके मूल संस्थान से स्वीकृति पत्र (तय फॉर्मेट में)
- भारतीय मेज़बान संस्थान से सहमति पत्र (तय फॉर्मेट में)
- भारतीय मेज़बान संस्थान का RTGS विवरण (संस्थान द्वारा सत्यापित, तय फॉर्मेट में)
- यात्रा के संभावित रास्तों का विवरण (टिकट AI-RTF सचिवालय द्वारा बुक की जाएगी, तय फॉर्मेट में)
- भारतीय मेज़बान संस्थान द्वारा जॉइनिंग की सूचना (तय फॉर्मेट में)
महत्वपूर्ण तिथियां
- छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि: Update Soon
- जानकारी में गलती सुधारने की अंतिम तिथि: Update Soon
- संस्थान द्वारा सत्यापन की अंतिम तिथि: Update Soon
संपर्क सूत्र
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार
महत्वपूर्ण लिंक
ऑनलाइन / ऑफलाइन आवेदन | क्लिक करें |
दिशा-निर्देश | क्लिक करें |
ASEAN-India Research Training Fellowship (AI-RTF): अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
यह योजना क्या है?
यह योजना ASEAN देशों (ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम) के युवा शोधकर्ताओं/वैज्ञानिकों को भारत के शोध/शैक्षणिक संस्थानों में शोध करने के लिए समर्थन देती है।
इस योजना का उद्देश्य क्या है?
इस योजना का उद्देश्य है:
ASEAN देशों के वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को भारत में काम करने का मौका देना और उनके शोध कौशल को बढ़ाना।
भारत और ASEAN देशों के वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के बीच सूचना और संपर्क का आदान-प्रदान बढ़ाना और शोध सहयोग के लिए नेटवर्क बनाना।
इस योजना को कौन लागू करता है?
फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI), नई दिल्ली
इस फेलोशिप के लिए आवेदन करने की क्या शर्तें हैं?
आवेदक किसी भी ASEAN देश का नागरिक होना चाहिए।
आवेदक के पास प्राकृतिक विज्ञान में मास्टर डिग्री या प्रौद्योगिकी/इंजीनियरिंग/चिकित्सा/संबंधित क्षेत्रों में समकक्ष डिग्री होनी चाहिए।
आवेदक अपने देश के किसी राष्ट्रीय अनुसंधान एवं विकास या शैक्षणिक संस्थान में काम कर रहा हो/पढ़ रहा हो या उससे संबद्ध हो।
आवेदन जमा करने की तारीख तक आवेदक की अधिकतम आयु 45 वर्ष होनी चाहिए।
क्या भारतीय नागरिक इस फेलोशिप के लिए पात्र हैं?
नहीं, भारतीय नागरिक इस फेलोशिप के लिए पात्र नहीं हैं।
इस फेलोशिप में किन क्षेत्रों को शामिल किया गया है?
यह फेलोशिप प्राकृतिक और इंजीनियरिंग विज्ञान के सभी क्षेत्रों में उपलब्ध है, जिसमें गणित और सांख्यिकी शामिल हैं, लेकिन मानविकी और व्यवहार विज्ञान को छोड़कर।
फेलो को किस प्रकार का समर्थन दिया जाता है?
चयनित फेलो को पूरी वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, जिसमें शामिल हैं:
अपने देश से भारत के मेजबान संस्थान के निकटतम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक की हवाई यात्रा का खर्च।
60,000/- रुपये प्रति माह की फेलोशिप राशि।
अनुसंधान, हवाई अड्डे से आने-जाने, वैज्ञानिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए घरेलू यात्रा और भारत के भीतर फील्ड ट्रिप के लिए 40,000/- रुपये का एकमुश्त अनुदान।
इस योजना के तहत प्रति वर्ष कितनी फेलोशिप प्रदान की जाती हैं?
प्रति वर्ष पचास (50) फेलोशिप ASEAN सदस्य देशों के युवा वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को प्रदान की जाएंगी।
फेलोशिप की अवधि क्या है?
फेलोशिप की अवधि दो से छह महीने की होगी।
फेलोशिप के लिए आवेदन कैसे करें?
आवेदन केवल ऑनलाइन (https://aistic.gov.in/ASEAN/aistdfFellowship) पर जमा किए जाने चाहिए। आवेदन की हार्ड कॉपी की आवश्यकता नहीं है। किसी अन्य माध्यम से भेजे गए आवेदनों पर विचार नहीं किया जाएगा।
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित हुई है। “ASEAN-India Research Training Fellowship (AI-RTF)” युवा शोधकर्ताओं के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो न केवल उन्हें अपने शोध कौशल को निखारने का मौका देती है बल्कि उन्हें एक अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्म पर भी पहचान दिलाती है। यह कार्यक्रम भारत और ASEAN देशों के बीच वैज्ञानिक सहयोग को बढ़ावा देता है, जिससे दोनों क्षेत्रों के विकास में योगदान मिलता है। अगर आप भी एक युवा शोधकर्ता हैं और अपने सपनों को नई उड़ान देना चाहते हैं, तो AI-RTF आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है।
नोट – ऊपर दिए गए लेख में जानकारी आधिकारिक वेबसाइटों से ली गई है। हमारी टीम लगातार आपको सटीक और नवीनतम जानकारी देने के लिए प्रयासरत है। यदि आपको लगता है कि इस लेख में कोई सुधार की आवश्यकता है, तो कृपया हमें संपर्क पृष्ठ पर बताएं। आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए महत्वपूर्ण है और हमें अपनी जानकारी में सुधार करने में मदद करेगी। आप जानते हैं कि आजकल इंटरनेट पर बहुत सी गलत जानकारी फैलाई जाती है। इसलिए, आधिकारिक वेबसाइटों को प्राथमिकता देना महत्वपूर्ण है। एवं सटीक जानकारी के लिए ऑफिसियल वेबसाइट देखे | धन्यवाद!